आज वो दूरियों का अहसास होने लगा हे
पास तू था तो सब कुछ हसी सा था
दूर हो गया तो तूने अहसास भी करा दिया
आज मे वापस आना चाहता हू उस पूरानी दौड़ में
जानता हू वहा भी कोई नही मिलेगा
तू और तेरे से जुडी हुई यादो को ही आब समेटे हु
जनता हू पास होता तो सायद ऐसा न होता
इ ऍम सॉरी माय फ्रेंड व
मिस यू हमेशा
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