ना खुदा दिल banata न किसी से प्यार होता है, ना kisiki याद अति न kisika intazar होता . दिल दिया है बनना सम्भल के रखना , Shishe से बना है पत्थर से dur रखना ! ` अगर हम ना गजल कौन kehta होते , आप के चेहरे को कमल मैं kehta ये करिश्मा है मोहब्बत का , वर्ना pathro मैं tajmahal कौन kehta .. ` दिल से hamko mitta देना करने के लिए Chaho हमको भुला देना करने के लिए Chaho संसद ये वाड़ा करो की आये जो कभी याद हमारी रोना नही बस muskura देना ... ` Tarasti nazaron की pyas हो तुम , Tadapte दिल की आस हो तुम , Bujti ज़िंदगी की एसएएस हो तुम , फिर कैसे ना kahu ? .. कुछ खास हो तुम ... ` आँखों मुझे अरमान दीया karte है , हम Sabki Neend चुरा लिया करते है , अब से जब जब Aapki Palkay ... Jhapkeygi .. समाज लीना टैब टैब हम आपको याद किया करते ... है
Add a comment