ना खुदा दिल banata न किसी से प्यार होता है, ना kisiki याद अति न kisika intazar होता . दिल दिया है बनना सम्भल के रखना , Shishe से बना है पत्थर से dur रखना ! ` अगर हम ना गजल कौन kehta होते , आप के चेहरे को कमल मैं kehta ये करिश्मा है मोहब्बत का , वर्ना pathro मैं tajmahal कौन kehta .. ` दिल से hamko mitta देना करने के लिए Chaho हमको भुला देना करने के लिए Chaho संसद ये वाड़ा करो की आये जो कभी याद हमारी रोना नही बस muskura देना ... ` Tarasti nazaron की ...